करुणानिधि की श्रद्धांजलि सभा में बोले नीतीश- देश में लागू हो शराबबंदी
देश अगले वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है. राष्ट्रपिता के प्रति सबसे बड़ा सम्मान देश में शराबबंदी लागू करना होगा.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश में पूर्ण शराबबंदी लागू करने की आवश्यकता जताई है. गुरुवार को चेन्नई के वाईएमसीए में दक्षिण भारत के दिग्गज नेता डॉ. एम. करुणानिधि की श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. करुणानिधि शराबबंदी के पक्षधर थे. उनका स्पष्ट मानना था कि गरीब, मजदूर, किसान और छात्र इसके शिकार होकर अपने जीवन को दांव पर लगा रहे हैं. देश अगले वर्ष महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है. राष्ट्रपिता के प्रति सबसे बड़ा सम्मान देश में शराबबंदी लागू करना होगा.
घोषणा पत्र में दी थी जगह
मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमके ने वर्ष 2016 में अपने घोषणा पत्र में विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शराबबंदी को प्रमुखता दी थी. बिहार में लागू शराबबंदी की भावना की प्रतिध्वनि करुणानिधि की घोषणा में तब परिलक्षित हुई जब उन्होंने कहा कि अगर डीएमके सत्ता में वापस आई तो लोकहित में शराबबंदी को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा. बाद में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि शराबबंदी जब बिहार में हो सकती है तो तमिलनाडु में क्यों नहीं? अब एमके स्टालिन की जवाबदेही है कि वे करुणानिधि की घोषणा को तार्किक परिणति तक पहुंचाएं.
सभा में जुटे प्रमुख दलों के नेता
मुख्यमंत्री ने कहा कि करुणानिधि वर्ष 1969 से 2011 के बीच पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे. उन्होंने संपत्ति में महिलाओं के समानाधिकार के लिए कानून बनाया. सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया. पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की.
श्रद्धांजलि सभा में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन, पुड्डुचेरी के सीएम वी.नारायण सामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला, सीपीआई के महासचिव एस,सुधाकर रेड्डी, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल समेत देश के र्क शीर्ष नेता मौजूद थे.
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