बिहार विधानसभा चुनावी अखाड़े में शिवसेना भी उतरेगी, लेकिन बदले सिंबल के साथ
बिहार विधानसभा चुनावी अखाड़े में दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है. एनडीए, महागठबंधन, उपेंद्र कुशवाहा और ओवैसी का गठबंधन, पप्पू यादव, प्लुरलस, लोजपा, निर्दलीय आदि उम्मीदवारों के चलते चुनावी मुकाबला रोचक होता जा रहा है. अब इस अखाड़े में शिवसेना ने भी अपनी एंट्री लगाई है. शिवसेना बिहार विधानसभा चुनाव में 50 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि वह बिना किसी गठबंधन के चुनावी मैदान में उतरेंगे। पर इस चुनाव में शिवसेना अपने सिम्बल पर चुनाव नहीं लड़ेगी. अनिल देसाई ने बताया कि बिहार चुनाव के लिए शिवसेना का चुनाव चिह्न ‘तुरा बजाते हुए आदमी’ होगा. चुनाव आयोग ने पहले शिवसेना को अपनी पार्टी के प्रतीक ‘धनुष और तीर’ का उपयोग करने से रोक दिया था क्योंकि वह बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के चुनाव चिन्ह ‘तीर’ से मिलता जुलता था.
बिहार में पार्टी के चुनाव प्रचार कार्यक्रम के सम्बन्ध में शिवसेना ने गुरुवार को 22 नेताओं की सूची जारी की जो बिहार में चुनाव प्रचार करेंगे. उद्धव ठाकरे के अलावा उनके बेटे और महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे भी इस सूची में शामिल हैं.
बिहार चुनाव प्रचार करने वाले अन्य शिवसेना नेताओं में सुभाष देसाई, संजय राउत, अनिल देसाई, विनायक राउत, अरविंद सावंत, प्रियंका चतुर्वेदी, राहुल शेवाले और क्रुणाल शामिल हैं.
अब ऐसे में देखना रोचक होगा कि बिहार में एंटी बिहारी छवि रखने वाली पार्टी शिवसेना को कितनी सफलता मिलती है.
ज्ञात हो कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए चुनाव 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को तीन चरणों में होंगे और वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी.
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